खरिप लागवडीनंतर तणव्यवस्थापन महत्त्वाचे आहे. तणनाशनाच्या विविध पद्धती आहेत. अनेक शेतकरी तणनाशकांचीही फवारणी करतात. मात्र त्यासाठी योग्य ती सावधानता बाळगणे आवश्यक असते.
अशी घ्या काळजी
- सर्व तणनाशके समप्रमाणात जमिनीवर फवारावीत.
- तणनाशकांची मात्रा शिफारश केल्याप्रमाणे वापरावी.
- तणनाशकांचा वापर शिफारशीनुसार दिलेल्या पिकात, दिलेल्या वेळी व दिलेल्या मात्रेत अचुकपणे करावा.
- उभ्या पिकात तणनाशके फवारतांना हुडचा वापर करावा.
- फळपिकात तणनाशके वापरतांना विशेष काळजी घ्यावी.
निरनिराळया पीक पध्दतीतील तण व्यवस्थापन
ज्वारी करडई :
ज्वारी करडई पीक पध्दतीत ज्वारीतील तणांचे परिणामकारकरित्या नियंत्रण करण्यासाठी ॲट्राटीन हेक्टरी 1.00 किलो 1000 लिटर पाण्यात मिसळुन पीक ऊगवणीपुर्वी जमिनीवर समप्रमाणात फवारावे. नंतर रब्बी हंगामात कोरडवाहु करडईचे पिकात तणांचा प्रादुर्भाव लक्षात घेता फक्त निदंणी आणि कोळपणी करावी.
कापुस - उन्हाळी भुईमुग :
कापुस -उन्हाळी भुईमूग या पीक पध्दतीत कापसातील तणांचा बंदोबस्त करण्यासाठी पॅन्डिमिथॅलीन 2.5 लिटर प्रति हेक्टर किंवा डायुरॉन 625 ग्रॅम, 1000 लिटर पाण्यात मिसळुन, ते एक हेक्टर क्षेत्रावर कापुस उगवुन येण्याचे आत जमिनीवर समप्रमाणात फवारावे व सहा आठवडयांनी 1 निंदणी आणि कोळपणी करावी. नंतर घेतलेल्या उन्हाळी भुईमुगास दोन निंदण्या व दोन कोळपण्या 3 व 5 आठवडयांनी कराव्यात.
कापुस- सुर्यफुल :
कापुस – सुर्यफूल या पीक पध्दतीस कापसासाठी वरील कापुस – भूईमुग पीक पध्दतीचे उपाय घेवुन नंतर सुर्यफुलासाठी पीक उगवणीनंतर 3 व 6 आठवडयांनी खुरपणी व कोळपणी करावी.
तणनाशके वापरांना पुढील काळजी घ्यावी
1. विविध पिकांसाठी शिफारस केलेली तणनाशके दिलेल्या मात्रेत व दिलेल्या वेळी अचुकपणे वापरावीत. तणनाशकाची मात्रा चुकल्यास म्हणजे तणनाशके शिफारशीपेक्षा कमी मात्रा दिल्यास तणांचे नियंत्रण कमी प्रमाणात होते तर अधिक मात्रा वापरल्यास पिकांना इजा होण्याचा धोका असतो.
2. मुदत संपलेली तणनाशके वापरु नयेत. तणनाशके खरेदी करतांना याची काळजी घ्यावी.
3. तणनाशकांच्या फवारणीसाठी शक्यतो वेगळा पाठीवरचा नॅपसॅप पंप किंवा फुटस्रे वापरावा. परंतु ते शक्य नसल्यास तणनाशकाच्या फवारणीनंतर त्याच पंपानी किटकनाशके फवारणी करण्यापुर्वी फवारणी पंप 2 – 3 वेळा साबण स्वच्छ धुवूनच वापरावा.
4. तणनाशके फवारतांना जमीन ढेकळे रहित भुसभूशीत असावी. जमिनीमध्ये ओल असावी.
5. तणनाशके ही नेहमी जोराचे वारे नसतांना तसेच फवारल्यानंतर 2 - 3 तास स्वच्छ सुर्यप्रकाश राहील व पाऊस न येण्याची शक्यता पाहुनच फवारावी.
6. भारी जमिनीपेक्षा हलक्या जमिनीमध्ये तणनाशकांची मात्रा कमी प्रमाणात वापरावी. उगवण पश्चात वापरावयाच्या तणनाशकांचा वापर तणांच्या जोरदार वाढीच्या (2-4) अवस्थेत करावा
7. तणनाशकांची फवारणी करतांना त्यासाठी स्वच्छ व हलक पाणी वापरावे. जड पाण्याचा वापर टाळावा.
भारतामध्ये उपलब्ध अथवा उपयोगातील तणनाशकांची यादी
अ.क्र. | रासायनिक नाव | व्यापारी नाव | टक्के क्रियाशील घटक | तणनाशक उत्पादन करणा-या कंपनीचे नाव |
1. | 2, 4 डी | टारगेट, 2, 4 – डी, नॉकवीड, वीडनाश, फर्नोक्झोन, वीडमार | 38 ईसी, 34 ईई, 80 % डब्ल्युपी, 72 डब्ल्युएससी | बायर, जनिका आई.सी.आई. एग्रोमोर धनुका, रॅलीस, अतुल, भारत फ्लवराईजर्स |
2. | अलॅक्लोर | लासो | 50 ईसी | मौनसेन्टो |
3. | एनिलोफॉस | ॲनिलॉन एनिलोगार्ड, एनिलोघान ट्रॅगार्ड एनिफोस्फार, एरोजिन | 30 ई सी | बायर, घरडा, धनुका, डयुपॉन्ट, ए. आ. एम. सी. ओ., शावैलेश. |
4. | एनिफोलॉस + 2,4-डी.ई.ई | वन शॉर्ट | 56 ईसी (24:32) | बायर |
5. | एनिफोलॉस + ईथाक्सील्फयुरॉन | राईसगार्ड | 26 डब्ल्यु पी (25+1) | बायर |
6. | ॲट्राझिन | अट्रासील, ॲट्राटाफ, धानुजीन, सेालारो | 50 डब्ल्यु पी | बायर, धनुका, पी. आई. इडंस्टी, रॅलीस |
7. | ब्युटाक्लोर | तीर क्झिक्लोर, धानुक्लोर, मॉचिटी, ब्युटासान, ट्रॅप, वीडकिल, वीडआऊट, मिरक्लोर, स्टार क्लोर | 50 ईसी 5 जी | मौनसॅटो, धुनका, रॅलीस, कोरोमण्डल, इंडैग, हिन्दुस्थान इनसेक्टीसाईड, मोन्टारी, सर्ले, सिरीस, सुदर्शन केमिकल्स, ईसाग्रो, बायर |
8. | ब्युटाक्लोर + प्रोपानिल | ब्युटानिल | 28 + 28 ई सी | मोनसेन्टो |
9. | क्लोरीम्युरॉन ईथाईल | क्लोबेन | 25 डब्ल्यु पी | डयुपॉन्ट |
10. | क्लोरीम्युरॉन ईथाईल + मेटसल्फयुरान मिथाईल | अल मिक्स | 20 डब्ल्यु पी | डयुपॉन्ट |
11. | क्लोडिनॉकॉप प्रोपार्जिल | टॉपिक | 15 डब्ल्यु पी | सिंजन्टा |
12. | क्लोमोजोन | कमांड | 50 ईसी | रैलिस |
13. | साईलोफॉप ब्युटाईल | क्लिंचर | 10 ईसी | डी – नौसिल |
14. | डेलॅपॉन | डेलॉपीन, डाऊपॉन | 85 डब्ल्यु पी | डी-नोसिल, वी. ए. एस. एफ. |
15. | डिक्लोफॉप – मिथाईल | इलॉक्स | 28 ईसी | बायर |
16. | डायुरॉन | एगोमेक्स, कारमेक्स, क्लास | 80 डब्ल्युपी | एवेन्टिस,साईनामिड,रोनपुलेन्क,अतुल, एग्रोमोर |
17. | ईथाक्सीसफयुरॉन | सनराईज | 15 डब्ल्यु डी जी | बायर |
18. | फेनॉक्साप्राप-पी ईथाईल | पुमासुपर, व्हिप सुपर | 10 ईसी, 5 ईसी | बायर |
19. | ग्लुफोसिनेट अमोनियम | बास्ता, लिबर्टी | 15 एस एल | बायर |
20. | ग्लायफॉसेट | ग्लायमॅक्स ग्लोईसेल, ग्लोईटाफ, विनाश, वीडब्लॉक कोमेट | 41 एस एल | मोनसेन्टो एक्सेल, रॅलिस, धनुका, पी. आर. इन्ट्रस्टी |
21. | इमेजेथेपार | परसुट | 10 एस एल | बी. ए. एस. एफ. |
22. | इमेजेथेपायर + पेन्डीमिथेलीन | वैलौर (क्लोर) | 32 ईसी (2+32) | बी. ए. एस. एफ. |
23. | आईसोप्रोटयुरान | रोनक, स्टार, टोलकन, नोसीलॉन डेलरॉन, धानुलॉन, धर, ग्रेमीनॉन ग्रेनीरॉन, हिलप्रोटयुरॉन, आइसोसिन आईसोगार्ड, आईसोहिट, आईसोलॉन आइसोटॉक्स, जयप्रोडयुरॉन, कनक, मर्करॉन, मिररॉन, मोनोलॉन, नोसिलॉन, नोरलॉन, पेस्टोलॉन, फलुन, रक्षक, शिवरॉन, सोनारॉन, सुलरॉन, टाऊरस, टोटालॉन, ट्रिटीलॉन, वन्डर | 50 डब्ल्यु पी 75 डब्ल्यु पी | बायर, घरडा, डक्ष-नोसील, रॅलीस, धनुका मोन्टारी, आई,एसएफसीओ हेक्सामार, डी नोसील |
24. | लिनुरॉन | एकालॉन | 50 डब्ल्यु पी | बायर |
25. | मेथाबेन्ज्थायोजुरॉन | एम्बोनिल, फर्च, टिबुनिल, यील्ड | 70 डब्ल्यु पी | बायर |
26. | मेटोलॅक्लोर | डुअल | 50 ईसी | सिनजेन्टा |
27. | मेट्रिब्युजिन | वैरियर, लॅक्सॉन, सेंकार, टाटामेन्ट्री | 70 डब्ल्यु पी | बायर, रॅलीस, धनुका |
28. | मेटसल्फयुरान मिथाईल | अलग्रिप, क्रीमीट, डॉट | 20 डब्ल्यु पी | डयुपॉन्ट |
29. | मेटसल्फयुरान मिथाईल + क्लोरिम्युरॉन- ईथाईल |
| 20 डब्ल्यु पी (10+10) | डयुपॉन्ट |
30. | पेन्डिमिथॅलीन | स्टॉम्प, टाटा पनिडा, वीडॉक | 30 टक्के ई सी |
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31. | पॅराक्वाट डायक्लोराईड | ग्रामोक्झोन, युनीक्लाट | 24 टक्के ई सी |
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