राज्यभर पावसाने जोरदार हजेरी लावल्यानंतर धरण पाणलोटात वाढ झाली आहे. विदर्भातील नागपूरमध्ये पावसाने दाणादाण उडवल्याचे चित्र असून ऊर्ध्व वर्धा धरण ९९.१८ टक्क्यांनी भरले आहे तर इतर धरणांमध्येही पाण्याची आवक झाली आहे. कोयना ८६.२९, तर पुणे विभागातील बहुतांश धरणे भरत आली आहेत. दरम्यान, राज्यातील धरणांमध्ये उपयुक्त पाणीसाठा किती आहे? जाणून घेऊया...
भंडारदरा:(ए): १००.००%
निळवंडे : ९७.९३%
मुळा:(ए): ८१.३३%
आढळा:(ए): १००.००%
भोजापुर::(ऊ):९०.०३%
अ.नगर(दक्षिण)
पिंप.जो(उ):८९.९१%
येडगाव:५१.००%
वडज:९६.८९%
माणिकडोह:(ऊ): ७६.१२%
डिंभे:::::(उ): १००.००%
घोड::::::::::(ए): ४८.००%
मां.ओहोळ(ए): ६.००%
घा.पारगाव(ए): ५.७२%
सीना::(ए): २३.३३%
खैरी :::(ए): १४.०४%
विसापुर:(ए):२२.४०%
नासिक/जळगाव जिल्हा
गंगापुर::(ऊ): ९७.४१%
दारणा::(ऊ): १००.००%
कडवा:(ऊ): ९६.४५%
पालखेड(ऊ): ९७.५५%
मुकणे(ऊ): ८९.४९%
करंजवण:(ऊ): १००.००%
गिरणा::(ऊ): ५५.३८%
हतनुर(ऊ):७४.९०%
वाघुर(ऊ):९३.५७%
मन्याड:(ऊ): ०.००%.
गुळ::(ऊ):८०.६६%.
अनेर::(ऊ):९३.८७%
प्रकाशा:(ऊ):८०.८०%
ऊकई(ऊ):९७.०९%
बृहन्मुंबई महानगरपालिका धरणे --
मो.सागर:(ऊ):१००.००%
तानसा(ऊ): ९९.५४%
विहार::(ऊ): १००.०%
तुलसी(ऊप): १००.००%
म.वैतारणा(ऊ): ९७.८४%
(कोंकण विभाग)ठाणे/रायगड जिल्हा
भातसा(ऊप): ९८.७५%
अ.वैतरणा(ऊ): ९९.६१%
बारावे(ऊ): ९९.५३%
मोराबे :::(ऊ): १००.००%
हेटवणे : ९५.९३%
तिलारी :(ऊ): ८८.६१%
अर्जुना (ऊ): १००.०%
गडनदी::(ऊ): ८०.०८%
देवघर::(ऊ): ९२.८३%
पुणे विभाग
चासकमान:(ऊ):१००.००%
पानशेत(ऊ): १००.००%
खडकवासला(ऊ):७४.९१%
भाटघर:(ऊ): १००.००%
वीर::::::(ऊ): ४९.६१%
मुळशी::(ऊ): ९८.७५%
पवना ::(ऊ): १००.००%
उजनी धरण
एकुण: ६४.२०%
(ऊप):: ११.६२ TMC/२१.६८%
कोयना धरण
एकुण:८६.९५%
उपयुक्त:::::८६.४० TMC ८६.२९%
धोम::(ऊ)::::: ८.४५ TMC/७२.३२%
दुधगंगा:(ऊ)::२२.५५ TMC/९४.०४%
राधानगरी:: ७.६३ TMC/९८.२९%
मराठवाडा विभाग
जायकवाडी धरण
एकुण::::::: ५३.९३६३ TMC/५२.५०%
ऊपयुक्त:::: २७.८७०१ TMC/३६.३५%
येलदरी: ६१.४३%
माजलगाव: १२.१८%
पेनगंगा(ईसापुर)::(ऊ): ७२.७५%
तेरणा::ऊ): २४.२७%
मांजरा(ऊ):२४.११%
दुधना::::(ऊ):२५.५०%
विष्णुपुरी:(ऊ):९१.३४%
नागपूर विभाग
गोसीखु:(ऊ): ३३.००%
तोत.डोह:(ऊ): १००.००%
खडकपुर्णा(ऊ): ९.०९%
काटेपुर्णा(ऊ): ७५.५१%
उर्ध्व वर्धा:(ऊ) : ९९.१८%
संकलन हरीश्चंद्र चकोर, कार्यकारी अभियंता, (से. नि), जलसंपदा विभाग