अन्नदात्याला का केले बेरोजगार? राहुल गांधींचा पंतप्रधान मोदींना गुजरातमधील कर्जमाफीवरुन प्रश्न
By ऑनलाइन लोकमत | Published: December 7, 2017 09:44 AM2017-12-07T09:44:04+5:302017-12-07T12:15:02+5:30
गुजरात विधानसभा निवडणुकीच्या पहिल्या टप्प्यातील प्रचाराच्या तोफा गुरुवारी थंडावणार आहेत. यादरम्यान, काँग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी यांनी पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांनी प्रश्न विचारण्याचा कार्यक्रम जारी ठेवला आहे.
अहमदाबाद - गुजरात विधानसभा निवडणुकीच्या पहिल्या टप्प्यातील प्रचाराच्या तोफा गुरुवारी थंडावणार आहेत. यादरम्यान, काँग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी यांनी पंतप्रधान नरेंद्र मोदी यांनी प्रश्न विचारण्याचा कार्यक्रम जारी ठेवला आहे. गुरुवारी (7 डिसेंबर) सकाळी राहुल गांधी यांनी आपला नववा प्रश्न पंतप्रधान मोदींना विचारला आहे. यावेळी राहुल गांधी यांनी गुजरातमधील कर्जमाफी, पिकाची रक्कम आणि पीक विम्याची रक्कम यावर प्रश्न उपस्थित केले आहेत.
काय आहे राहुल गांधी यांचा प्रश्न ?
''कर्जमाफी केली नाही, पिकांना योग्य भाव दिला नाही, पिकविम्याचे रक्कम मिळाली नाही, ट्यबुवेलची व्यवस्था झाली नाही. अन्नदात्याला का केले बेरोजगार?, खेडुतांसोबत इतका सापत्न व्यवहार का ? पीएम साहेब सांगा'' असा प्रश्न राहुल गांधी यांनी पंतप्रधान मोदी यांना विचारला आहे.
गुजरात विधानसभा निवडणुकीच्या पार्श्वभूमीवर राहुल गांधी दररोज पंतप्रधान मोदींना गुजरातमधील परिस्थितीबद्दल प्रश्न विचारत आहेत. राहुल गांधी 29 नोव्हेंबरपासून दररोज मोदींना एक प्रश्न विचारत आहेत. राहुल यांनी मोदींना सर्वप्रथम घरांच्या आश्वासनाबद्दल प्रश्न विचारला होता.
22 सालों का हिसाब#गुजरात_मांगे_जवाब
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प्रधानमंत्रीजी- 9वाँ सवाल:
न की कर्ज़ माफ़ी
न दिया फसल का सही दाम
मिली नहीं फसल बीमा राशि
न हुआ ट्यूबवेल का इंतजाम
खेती पर गब्बर सिंह की मार
छीनी जमीन, अन्नदाता को किया बेकार
PM साहब बतायें, खेडुत के साथ क्यों इतना सौतेला व्यवहार?
राहुल गांधींचा आठवा प्रश्न
22 सालों का हिसाब#गुजरात_मांगे_जवाब
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प्रधानमंत्रीजी-8वाँ सवाल:
39% बच्चे कुपोषण से बेज़ार
हर 1000 में 33 नवजात मौत के शिकार
चिकित्सा के बढ़ते हुए भाव
डाक्टरों का घोर अभाव
भुज में 'मित्र' को 99 साल के लिए दिया सरकारी अस्पताल
क्या यही है आपके स्वास्थ्य प्रबंध का कमाल?
राहुल गांधींचा सातवा प्रश्न
22 सालों का हिसाब#गुजरात_मांगे_जवाब
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प्रधानमंत्रीजी-7वाँ सवाल:
जुमलों की बेवफाई मार गई
नोटबंदी की लुटाई मार गई
GST सारी कमाई मार गई
बाकी कुछ बचा तो -
महंगाई मार गई
बढ़ते दामों से जीना दुश्वार
बस अमीरों की होगी भाजपा सरकार? pic.twitter.com/1S8Yt0nI7B
राहुल गांधींचा सहावा प्रश्न
22 सालों का हिसाब#गुजरात_मांगे_जवाब
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प्रधानमंत्रीजी- 6ठा सवाल:
भाजपा की दोहरी मार
एक तरफ युवा बेरोजगार
दूसरी तरफ़ लाखों
फिक्स पगार और कांट्रैक्ट कर्मचारी बेज़ार
7वें वेतन आयोग में ₹18000 मासिक होने के बावजूद फिक्स और कांट्रैक्ट पगार ₹5500 और ₹10000 क्यों? pic.twitter.com/KngeBgLlVp
राहुल गांधींचा पाचवा प्रश्न
22 सालों का हिसाब,#गुजरात_मांगे_जवाब
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प्रधानमंत्रीजी- 5वाँ सवाल:
न सुरक्षा, न शिक्षा, न पोषण,
महिलाओं को मिला तो सिर्फ़ शोषण,
आंगनवाड़ी वर्कर और आशा,
सबको दी बस निराशा।
गुजरात की बहनों से किया सिर्फ़ वादा,
पूरा करने का कभी नहीं था इरादा। pic.twitter.com/yXvCRbxsXW
राहुल गांंधींचा चौथा प्रश्न
22 सालों का हिसाब#गुजरात_मांगे_जवाब
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प्रधानमंत्रीजी- चौथा सवाल
सरकारी स्कूल-कॉलेज की कीमत पर
किया शिक्षा का व्यापार
महँगी फ़ीस से पड़ी हर छात्र पर मार
New India का सपना कैसे होगा साकार?
सरकारी शिक्षा पर खर्च में गुजरात देश में 26वें स्थान पर क्यों? युवाओं ने क्या गलती की है?
राहुल गांधींचा तिसरा प्रश्न
22 सालों का हिसाब,#गुजरात_मांगे_जवाब
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प्रधानमंत्रीजी से तीसरा सवाल:
2002-16 के बीच ₹62,549 Cr की बिजली ख़रीद कर 4 निजी कंपनियों की जेब क्यों भरी?
सरकारी बिजली कारख़ानों की क्षमता 62% घटाई पर निजी कम्पनी से ₹3/ यूनिट की बिजली ₹24 तक क्यों ख़रीदी?
जनता की कमाई, क्यों लुटाई?
राहुल गांधींचा दुसरा प्रश्न
22 सालों का हिसाब,#गुजरात_मांगे_जवाब
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 30, 2017
गुजरात के हालात पर प्रधानमंत्रीजी से दूसरा सवाल:
1995 में गुजरात पर क़र्ज़-9,183 करोड़।
2017 में गुजरात पर क़र्ज़-2,41,000 करोड़।
यानी हर गुजराती पर ₹37,000 क़र्ज़।
आपके वित्तीय कुप्रबन्धन व पब्लिसिटी की सज़ा गुजरात की जनता क्यों चुकाए?
राहुल गांधींचा पहिला प्रश्न
22 सालों का हिसाब,
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 29, 2017
गुजरात मांगे जवाब।
गुजरात के हालात पर प्रधानमंत्रीजी से पहला सवाल:
2012 में वादा किया कि 50 लाख नए घर देंगे।
5 साल में बनाए 4.72 लाख घर।
प्रधानमंत्रीजी बताइए कि क्या ये वादा पूरा होने में 45 साल और लगेंगे?